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शब्द-शब्द अनमोल परिंदे / रवीन्द्र प्रभात

शब्द-शब्द अनमोल परिंदे !

सुन्दर बोली बोल परिंदे !!


जीवन -जीवन भूलभुलैया -

दुनिया गोलम- गोल परिंदे !!


छोटा मुँह मत बात बड़ी कर -

खुल जायेगी पोल परिंदे !!


शीशे के घर में रहकर ना -

पत्थर -पत्थर तोल परिंदे !!


बन्दर के हाथों में मत दे -

झाल -मजीरा -ढोल परिंदे !!


कुछ मन की मर्यादा रख ले -

आंखों को मत घोल परिंदे !!


कुछ "प्रभात " के जैसा रच दे -

अंतर -पट अब खोल परिंदे !!