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और कुछ नहीं / पाब्लो नेरूदा

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»  और कुछ नहीं

मैंने सच के साथ यह करार किया था
कि दुनिया में फिर भर दूँगा रौशनी

मैं दूसरों की तरह बनना चाहता था
ऐसा कभी नहीं हुआ था कि संघर्षों में मैं नहीं रहा

और अब मैं वहाँ हूँ जहाँ चाहता था
अपनी खोई हुई निर्जनता के बीच
इस पथरीले आगोश में मुझे नींद नहीं आती

मेरी नीरवता के बीच घुसता चला आता है समुद्र


अंग्रेज़ी से अनुवाद : राम कृष्ण पाण्डेय