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मिट्टी दा बावा (1) / पंजाबी
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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--इस लोकगीत में एक पत्नी अपने परदेसी पति को याद कर रही है। अभी उसके कोई संतान भी नहीं है तो वो खुद को बहुत अकेला महसूस करती है।--
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