भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अक्स / नीलेश रघुवंशी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:02, 3 मार्च 2010 का अवतरण
नदी पर नाव
नाव पर पाल
पाल पर सपने
अक्स समुद्र के सपनों में थरथराता है।