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प्रतीक्षा करो-2 / अशोक वाजपेयी
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प्रतीक्षा करो मृत्यु में भी उसकी
क्योंकि वह जीवन है;
प्रतीक्षा करो मृत्यु के पार उसकी
क्योंकि वह आएगी;
भस्म होगा सब कुछ :
देह, अस्थि, रक्त-मांस-मज्जा-
पर भस्म नहीं होगा प्रेम
भस्म नहीं होगी उसकी प्रतीक्षा!
जब अस्थि-फूल बीनने आएँगे
तो पाएँगे कि अधजली अस्थियों के साथ
बचा है प्रेम और प्रतीक्षा!!