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प्रेम पर कुछ बेतरतीब कविताएँ-1 / अनिल करमेले
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मेरे प्यार
नहीं मालूम था मुझे कि
और चीज़ों की तरह
तुम तक पहुँचने के भी
हो सकते हैं कई रास्ते
बस
नहीं प्यार।