भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
छोटी-छोटी बातें / शकुन्त माथुर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:20, 2 मई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शकुन्त माथुर |संग्रह=लहर नहीं टूटेगी / शकुन्त म…)
नन्हीं चिड़िया
पेड़ के ऊपर से उड़ गई
पेड़ ने दृष्टि भर घूरा
नीला आकाश
और नीचे झुक आया
डरी हुई जड़ों ने
धरती को और कस
लिया।