हल्के नीले रंग का मेरा नया ऊनी पुलोवेर
और यह सर्दी का मौसम,
इन दिनों जब पर्बतों पर बर्फ गिरती है
तो जाने क्यों मुझे
भेड़ों के बच्चे याद आते हैं,
और मेरी सोच
उन भेड़ों की नंगी पींठ छू कर लौटती है
जिन के जिस्मों से
अभी तक उन उतारी जा रही है,
वो चरगाहें कहाँ होंगी
के जिन में
धुंध के नीचे सभी कुछ
सोया सोया जग रहा है
मैं भी उन भेड़ों के बच्चों में से
कोई एक हूँ,
जाने मुझे क्यों लग रहा है।