Last modified on 27 मई 2010, at 11:23

पान करना या करना प्यार / सुमित्रानंदन पंत

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:23, 27 मई 2010 का अवतरण ("पान करना या करना प्यार / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पान करना या करना प्यार
उमर यदि हो अपराध,
साधुवर, क्षमा करो, स्वीकार
न मुझको वाद विवाद!
करो तुम जप पूजन उपचार,
नवाओ प्रभु को माथ;
सुरा ही मुझे सिद्धि साकार,
मधुर साक़ी हो साथ!