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जागा जग / लीलाधर मंडलोई

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सुबह-सुबह
एक बच्चा बेच आया घरो-घर
ढेर से अखबार

सुबह-सुबह
एक बच्चा देख आया बागीचों में
हँसते हुए सुर्ख गुलाब

सुबह-सुबह
एक बच्चा दौड़ आया
मैदान में ताकत भर तेज

सुबह-सुबह
एक बच्चा कर आया दर्ज चेतावनी
टी.वी. पर नाटो के विरूद्ध

सुबह-सुबह जागा जग कई बरस बाद