भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
घमंड न करने का घमंड / विष्णु नागर
Kavita Kosh से
Pradeep Jilwane (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:04, 4 जून 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विष्णु नागर |संग्रह=घर से बाहर घर / विष्णु नागर }} <…)
घमंड न करने का घमंड
उसे बहुत है
इसमें आश्चर्य भी क्या
भई, घमंड न करने का घमंड भी तो हो सकता है!