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जहाँ हरा होगा / विष्णु नागर
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जहाँ हरा होगा
वहाँ पीला भी होगा
गुलाबी भी होगा
वहाँ गंध भी होगी
उसे दूर-दूर ले जाती हवा भी होगी
और आदमी भी वहाँ से ज्यादा दूर नहीं होगा।