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बातें करें-२ / विजय वाते

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कुछ आस की बातें करें|
विशवास की बातें करें|

आ इस समंदर से मिलें,
फिर प्यास की बातें करें|

सिलसिले गुम हो गये,
इतिहास की बातें करें |

लफ्ज़ मानो खो चुके,
एहसास की बातें करें |