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बर्फ को पिघलने दो / विजय वाते

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बातचीत चलने दो,
बर्फ को पिघलने दो|

दर्द का तकाजा है,
आँख को मचलने दो|

कुछ सितारे चमकेंगे,
आफ़ताब ढलने दो|

ओस का करो स्वागत,
टार को तो गलाने दो |