भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बातें करें-२ / विजय वाते

Kavita Kosh से
द्विजेन्द्र द्विज (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:15, 11 जून 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कुछ आस की बातें करें ।
विश्वास की बातें करें ।

आ इस समंदर से मिलें,
फिर प्यास की बातें करें ।

सिलसिले गुम हो गए,
इतिहास की बातें करें ।

लफ्ज़ मानो खो चुके,
एहसास की बातें करें ।