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बाल पहेलियाँ-6 / दीनदयाल शर्मा

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1.

आज़ादी का अमर सिपाही,
ख़ुद को गोली मारी ।
अँग्रेज़ों के हाथ न आया,
आज़ादी थी प्यारी ।।

2.

नारी के कल्याण की खातिर,
जग में जोत जगाई ।
ब्रह्म समाज थरपाया जिसने,
चेतनता फैलाई ।।

3.

अटल खड़े हैं सरहद पर जो,
देश के पहरेदार ।
जंग छिड़े तो हो जाते हैं
भिडने को तैयार ।।

4.

भारत देश की शान है जिससे,
तीन रंगों का प्यारा ।
नीले रंग का चक्र बीच में,
सबकी आँख का तारा ।।

5.

गोल-गोल अग्नि का गोला,
कहलाता जो तारा ।
उसके दिखने से होता है,
हर घर में उजियारा ।।


उत्तर
1. शहीद चंद्रशेखर आजाद
2. राजा राममोहन राय
3. फौजी
4. तिरंगा
5. सूरज