भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पहाड़ की डायरी / विष्णुचन्द्र शर्मा
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:30, 28 जून 2010 का अवतरण
मैंने
बस के पड़ोसी यात्री से पूछा :
उत्तरी अमरीका के पहाड़
एटलांटिक सिटी के
जुए के अड्डों में
नहीं जाते हैं !!
यात्री मित्र ने कहा :
उत्तरी अमरीका के
आदिम पहाड़
न्यूयार्क के बाज़ार में
नंगी तन्वंगी का नाच नहीं देखते हैं ।
दोनों ने उत्तरी अमरीका के पहाड़ों से पूछा :
"मित्र
सारे दिन
यहाँ एकान्त में
अपनी डायरी में
लिखा क्या करते हो !"
रचनाकाल : 1986