भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मेरी कथा / लीलाधर जगूड़ी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:19, 8 जुलाई 2010 का अवतरण
मेरी कथा
फावड़ा घिस जाने की
कारखाना उजड़ जाने की
सड़क टूट जाने की कथा है
मेरी कथा
पत्थर के रेत हो जाने की
पेड़ के
लकड़ी हो जाने की
कोयले के
आग हो जाने की कथा है
मेरी कथा
जाने हो जाने की कथा है ।