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सूरज का फ़व्वारा-5 / इदरीस मौहम्मद तैयब

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सूरज
जब तुम्हारा गोल चेहरा दूर
किनारों में डूबता है
मेरा दिल उदासी के एक समुद्र में डूब जाता है
इसीलिए
कल आना, याद रखना ।

रचनाकाल : 26 जनवरी 1979