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शहर-4 / जय राई छांछा
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शहर
और
गाँव
एक ही
माता-पिता की
संतान हैं
फिर भी
शहर ज़्यादा ही पोषित हैं ।
मूल नेपाली से अनुवाद : अर्जुन निराला