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बनारस-2 / रामकृष्ण पांडेय
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दशाश्वमेध घाट पर
जल-क्रीड़ा कर रहे
बच्चों को
निहार रही थी
एक अंग्रेज़ लड़की
जा पहुँची
अपने बचपन में
पुलकित
खिलखिलाती
वह लड़की
देखते ही देखते
कूद गई नदी में
शामिल हो गई
उनकी क्रीड़ा में
उनके साथ
मिट गया भेद
देश-काल का
बच्चों के साथ
बन गई महज एक बच्ची
एक अंग्रेज़ लड़की
नवयुवती
शामिल उनकी क्रीड़ा में
उनके साथ