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न जाओ मेरे दोस्त / केदारनाथ अग्रवाल

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न जाओ मेरे दोस्त वहाँ
रस-विहार के लिए
अपराध है जहाँ बजना
हर सितार के लिए।

रचनाकाल: १९-०१-१९६१