भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भाषा का भविष्य / रघुवीर सहाय
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:10, 23 जून 2008 का अवतरण
भाषा के भविष्य पर भाषण करके उठे शिक्षा के
उपमंत्री
बूढ़ा खड़ा हुआ कहा, मेरे पेट में बायगोला है साहब दवा करवा दो ।
(कवि के मरणोपरांत प्रकाशित 'एक समय था' नामक कविता-संग्रह से )