भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दोपारी ! / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:37, 25 नवम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीलटांस / कन्हैया ल…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज



पसरगी

न्हा‘र गांव रै नाडियै में

जेठ री कंवारी दोपारी,

देख‘र छोरी नै ऐकली

करै कुचेरणी अचपळा ऊन्दरा

बा मांडै चील री छयां

भाग‘र बड़ज्या बिल में !