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अंगना में कुइयाँ खोनाइले, पीयर माटी नू ए

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अंगना में कुइयाँ खोनाइले, पीयर माटी नू ए,

ए ललना जाहिरे जगवहु कवन देवा, नाती जनम लिहले हो।

नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हू ए।

ए ललना देह घालऽ सोने के हँसुअवा,

बाबू के नार काटहु ए।

ए ललना देइ घालऽ सोने के खपड़वा,

बाबू के नहवाईवि ए।

ए ललना जाहि रे जगवहु कवन देवा,

नाती जनम लिहले ए ।

नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हु ए ।

ए ललना देई घालऽ रेशमऽ के कपड़वा,

जे बाबू के पेनहाइवि ए ।