भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वार्ता:रामधारी सिंह "दिनकर"
Kavita Kosh से
अमित (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 14:33, 2 जून 2007 का अवतरण (New page: ललित जी, दिनकर जी की एक ही कविता को दो अलग-अलग शीर्षकों 'नमन करूँ मैं' और '[...)
ललित जी, दिनकर जी की एक ही कविता को दो अलग-अलग शीर्षकों 'नमन करूँ मैं' और 'मेरे प्यारे देश' के अन्तर्गत कविता कोश में उपलब्ध है, मेरे विचार से इनमें से एक को हटाया जा सकता है. 'नमन करूँ मैं' कविता कोश में पहले जोड़ी गई थी और 'मेरे प्यारे देश' बाद में.