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अणी ए गणी मेरी नणदी मनरा फिरै / हरियाणवी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

gali e gali मेरी नणदी मनरा फिरै
मेरी नणदी मनरे नै ल्याओ रे बुलाय
चूड़ा तै मेरी जान,
चूड़ा तै हाथी दाँत का

हरी तै चूड़ी री नणदी ना पहरूँ
हरे मेरे राजा जी के खेत
बलम जी के खेत
चूड़ा तै हाथी दाँत का

kali jangaali री नणदी ना पहरूँ
ari nandi kale मेरे राजा जी के केश
बलम जी के केश
चूड़ा तै हाथी दाँत का

dholi jangaali re manra ना पहरूँ
are manra dhole mere मेरे राजा जी के दाँत
बलम जी के दाँत
coora to meri jaan
choode pai taj doon pran chooda to hathi daat ka
चूड़ा तै हाथी दाँत का

saas nai sasur sikha diye aji raja thaari bahu chakchal manre sai laggi dosti sasur nai raja saikha diye are beetta thari bahu hai chak chal manre sai laggi dosti raja nai khadag ootha liya ari gori ib teri kaaatoonga nad manre sai karli dosti