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आओ खेलें चाँद से हम-तुम / पूजा कनुप्रिया

नीली झील में छिपकर
जो चाँद बैठा है
तुम हाथ बढ़ाकर हटा दो पानी
निकाल लाओ मेरे लिए
और पहना दो
कभी कलाइयों में कंगन-सा
कभी कानों में बालियों-सा

बादलों को हटा कर कुछ तारे तोड़ लेना
मेरी पायल में टाँक दो सितारों के घुँघरू
या अँगूठी में मोती-सा जड़ देना

यूँ ही खेलें चाँद तारों से हम तुम
यूँ ही रोके रहें रात
और फिर छोड़ दें इसे
सागर तक बहते दरिया में