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आओ साथ हमारे / शैलेन्द्र
Kavita Kosh से
आओ साथ हमारे, आओ, आओ साथ हमारे
हैं ये गीत तुम्हारे, आओ, गाओ साथ हमारे
आओ, आओ साथ हमारे
ऐ अन्धी गलियों में बसने वालो
हर पल जीवन की चक्की में पिसने वालो
आओ, आओ साथ हमारे
डर किसका अब गोली अपना रुख बदलेगी
दुश्मन को पहचान चुकी है बदला लेगी
राह ने देखो, टूट पड़ो, तूफ़ान बन जाओ
आओ, आओ साथ हमारे