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आज हमारी छुट्टी है / श्याम सुन्दर अग्रवाल
Kavita Kosh से
रविवार का प्यारा दिन है,
आज हमारी छुट्टी है ।
उठ जायेंगे क्या जल्दी है,
नींद तो पूरी करने दो ।
बड़ी थकावट हफ्ते भर की,
आराम ज़रूरी करने दो ।
नहीं घड़ी की ओर देखना,
न करनी कोई भागम- भाग ।
मनपसंद वस्त्र पहनेंगे,
आज नहीं वर्दी का राग ।
खायेंगे आज गर्म पराँठे,
और खेलेंगे मित्रों संग ।
टीचर जी का डर न हो तो,
उठती मन में खूब उमंग ।
होम-वर्क को नमस्कार,
और बस्ते के संग कुट्टी है ।
मम्मी कोई काम न कहना,
आज हमारी छुट्टी है ।