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आना जाना ठहरना / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
जहाँ मैं हूँ
मुझे होना नहीं है
पसन्द भी शायद नहीं है
लेकिन वह भरोसा दिलाता है
वहाँ तक के रास्ते का
जहाँ मुझे पहुँचना है।
वहाँ मुझे
पहुँचना होगा
लेकिन जब मैं वहाँ होऊँगा
वहाँ मुझे होना नहीं होगा
पसन्द भी शायद नहीं होगा।
लेकिन वह भरोसा दिलाएगा
वहाँ तक के रास्ते का
जहाँ मुझे पहुँचना होगा।