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आस्तिक / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
डायनासोर नें
डायनासोरनी सें कहलकै
जे दाता छिकै सबके
ओकरे नाम पर आदमी
मैंग मैंगकेॅ ओकरोॅ भिखारी बनाय रहलै
जे देलकेॅ खजाना
वै सें ओकरा नै
वलुक आदमी
मैंग मैंगकेॅ ओकरा चढ़ावा चढ़ाय रहलै
जे रहै लेॅ देलकै संसार
ओकरा लेली ओकर घोॅ आदमी
मैंग मैंगकेॅ सड़क किनारे बनाय छै
यहै कारण तेॅ आदमी
वक्त पर हाथ जोड़ जोड़केॅ
ओकरो मनैते फिर रहलै सड़क पर।