भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इज़्ज़तपुरम्-36 / डी. एम. मिश्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भूख के समक्ष
बड़े-बड़े वीरों ने
घुटने टेक दिये
तो कमलिया
और करमू की
क्या बिसात?

फिर तो
गुलाबों की
आजादी बढ़ी
और
समझौते का
नया अध्याय
खुला