किसी एक पल
शुरू होते हो तुम
निगाह
या ध्वनि
या एक शब्द से
अगले पल
अंत हो जाता है उसका
पर
उसकी त्रासदियां
अनंत होती जाती हैं...
किसी एक पल
शुरू होते हो तुम
निगाह
या ध्वनि
या एक शब्द से
अगले पल
अंत हो जाता है उसका
पर
उसकी त्रासदियां
अनंत होती जाती हैं...