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कविता-विमर्श / राजा खुगशाल
Kavita Kosh से
कविता क्या है ?
इस सवाल पर
एक आलोचक ने कहा --
कविता जन-जीवन का आईना है
दूसरे आलोचक ने कहा --
कविता मनुष्य के अन्तःकरण की
सबसे अनुशासित अभिव्यक्ति है
तीसरे आलोचक का कहना था --
कविता महज एक कला रूप है
चौथे आलोचक का मत था --
जीवन की विसंगतियों के बरक्स
कविता एक सार्थक हस्तक्षेप है
पाँचवे आलोचक की राय थी --
कविता आम आदमी के पक्ष में
दिया गया कवि का बयान है
कविता क्या है ?
इस सवाल पर अपनी-अपनी आख्या
पेश करते रहे आलोचक
लेकिन यह सवाल
ज्यों का त्यों बना रहा अपनी जगह ।