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कविता क्या है ? / प्रभाकर माचवे
Kavita Kosh से
कविता क्या है? कहते हैं जीवन का दर्शन है —आलोचन,
(वह कूड़ा जो ढँक देता है बचे-खुचे पत्रों में के स्थल) ।
कविता क्या है? स्वप्न श्वास है उन्मन कोमल,
(जो न समझ में आता कवि के भी ऐसा है वह मूरखपन) ।
कविता क्या है? आदिम-कवि की दृग-झारी से बरसा वारी —
(वे पंक्तियाँ जो कि गद्य हैं कहला सकती नहीं बिचारी) !