कहा किसने हुआ वो बेवफ़ा है
उसे इल्ज़ाम ये किस ने दिया है
नहीं अब रुक रहे आँसू किसी के
किसी ने तोड़ उसका दिल दिया है
हमें अब डूबने के डर न कोई
तुम्हारा नाम पानी पर लिखा है
किसी के साथ शायद जा रहा वो
मिरी आंखों को या धोखा हुआ है
कभी तो यार सीने से लगा ले
बहुत दिन बाद तू हमसे मिला है
दुआएं बेअसर होने लगीं सब
अजब नाकामियों का सिलसिला है
नहीं जो फ़र्ज़ है अपना निभाता
किया करता सभी से वो गिला है