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कालाहाण्डी-4 / चन्दन सिंह
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सोचती है माँ
क्यों पैदा हो गया बच्चा?
कितना अच्छा था वह
पेट में ही
न माँगता था
खाना
न रोता था भूख से
सोचती है माँ
जिसके स्तनों में नहीं अँखुआता है
दूध
खेतों में नहीं
माँ की छातियों में
मिला मुझे अकाल