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कुत्तों से सावधान / ध्रुव शुक्ल
Kavita Kosh से
सम्भल-सम्भल कर चलना भाई
यहाँ पले हैं सुख के कुत्ते
दबी हुई दुम और दबा के
दुख के कुत्ते
रोक रहे हैं अपना साहस
और उठा के अपनी दुम को
भौंक रहे हैं सुख के कुत्ते
आगे-आगे सुख का कुत्ता
पीछे-पीछे कुत्ते का सुख
पीछे-पीछे दुख का कुत्ता
आगे-आगे कुत्ते का दुख
बीच सड़क पर
सुख का कुत्ता भौंक पड़े
सड़क छोड़कर
दुख का कुत्ता उल्टे पाँव बढ़े
देखे सुख के उठते पाँव
देखे दुख के गिरते पाँव
देखे दोनों राहगीर
जिनको खींच रही जंज़ीर