भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आने वाले दिनों में क्या होगा.. / श्रद्धा जैन
Kavita Kosh से
(कुर्बतें या कि फासला होगा / श्रद्धा जैन से पुनर्निर्देशित)
आने वाले दिनों में क्या होगा
देख लेंगे, जो हौसला होगा
आज जी भर के उसको रोने दो
खुद से मिलना था मिल लिया होगा
फूल में ताज़गी ग़ज़ब की है
जल्द ही शाख़ से जुदा होगा
जिंदगी तू जो हार जायेगी
मौत को इससे हौसला होगा
सबको दुश्मन बना लिया मैंने
कोई मुझसा भी सिरफिरा होगा