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केले का छिलका / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
सड़क पर पड़ा था जी
केले का छिलका।
पहले तो बिल्ली मौसी
घर से निकलीं,
छिलके पर पैर पड़ा
तो धम्म से फिसलीं।
ख़र्चा भरना पड़ा
डॉक्टर के बिल का।
फिर थोड़ी देर बाद
चूहे जी निकले,
एक क़दम चलते ही
वो भी जा फिसले।
गिरते ही दौरा
पड़ गया उन्हें दिल का!
सड़क पर पड़ा था जी
केले का छिलका।