भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कौन? याद की प्याली में / माखनलाल चतुर्वेदी
Kavita Kosh से
कौन? याद की प्याली में
बिछुड़ना घोलता-सा क्यों है?
और हृदय की कसकों में
गुप-चुप टटोलता-सा क्यों है?
अरे पुराने दुःख-दर्दों की
गाँठ खोलता-सा क्यों है?
महा प्रलय की वाणी में
उन्मत्त बोलता-सा क्यों है?
क्या है? है यह पुनः
मधुर आमंत्रण जंजीरों का?
है तू कौन? खिलाड़ी,
प्रेरक मरदानों वीरों का?