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खाली सोच’र ई / सांवर दइया
Kavita Kosh से
- कांई पड़ियो है
ई जिंदगाणी में
आओ, मर जावां
- मरणो भी कठै है
सोरो
तो चालो
खाली सोच’र ई
रैय जावां ।