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खुश रहे तू सदा / आनंद बख़्शी
Kavita Kosh से
तेरी शादी पे दूँ तुझको तोहफ़ा मैं क्या
पेश करता हूँ दिल एक टूटा हुआ
खुश रहे तू सदा, ये दुआ है मेरी
बेवफ़ा ही सही, दिलरुबा है मेरी
खुश रहे ...
जा मैं तनहा रहूँ, तुझको महफ़िल मिले
डूबने दे मुझे, तुझको साहिल मिले
आज मरज़ी यही, नाख़ुदा है मेरी
उम्र भर ये मेरे दिल को तड़पाएगा
दर्-ए-दिल अब मेरे साथ ही जाएग
मौत ही आख़िरी बस दवा है मेरी