भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

गलफर में जहर / 2 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पिता नें
बेटा सें कहलकै-
लालटेन दिहैं
बिजली बिल आइल छै।
बेटा कहलकै-
बिजली तेॅ पूरा महिना जललै नै
पिता ओकरा समझैलकै-
ई सरकारी बिल छिकै
बिजली जलै चाहै नै जलै
मीटर चलतेॅ रहै छै।

अनुवाद:

पिता ने
बेटे से कहा-
लालटेन देना
बिजली का बिल आया है।
बेटे ने कहा-
बिजली तो पूरे महीने जली ही नहीं।
पिता ने उसे समझाया
यह सरकारी बिल है,
बिजली जले न जले
मीटर चलता रहता है।