गीत, एक घायल मोरियो !
पाँखाँ खोस खोस’र
कागला बेतुको साँग भरै,
चिड़कल्याँ अळसेड़ो समझ’र
आळा सजावै,
स्याणाँ रै झाड़ो दै
देख’र आभो निवास नाखै,
बापड़ी गूँज मोरड़ी
डूँगरा में सिर धुणै !
गीत, एक घायल मोरियो !
पाँखाँ खोस खोस’र
कागला बेतुको साँग भरै,
चिड़कल्याँ अळसेड़ो समझ’र
आळा सजावै,
स्याणाँ रै झाड़ो दै
देख’र आभो निवास नाखै,
बापड़ी गूँज मोरड़ी
डूँगरा में सिर धुणै !