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गुड़िया-2 / नीरज दइया
Kavita Kosh से
मेरा चूमना
और तुम्हारा
खुद को यूं हवाले
कर देना।
मेरा गले लगाना
और तुम्हारा
खुद को बेसहारा
छोड़ देना।
प्यारा में तुम
क्यों बन जाती हो
निर्जीव!