गुण हमेॅ गैबै हे / ब्रह्मदेव कुमार
बलम: चलोॅ-चलोॅ-चलोॅ धनी जैबै हे
आबेॅ बंगाल-असाम।
वाँहीं जाय केॅ दुन्हूँ कमैबै हे,
जहाँ मिलतै कोय काम॥
धनी: सुनोॅ-सुनोॅ-सुनोॅ मोरी बतिया हे
काँही जाय के नै काम।
करतै सरकारें कोनोॅ उपाय, देतै याँहीं काम॥
बलम: नरेगा-नरेगा तेॅ हम्हूँ सुनलियै
सुनलियै मतुर कुछु नै बुझलियै।
खोली केॅ हमरा बताबोॅ हे, केना मिलतै जे काम।
वाँहीं जाय केॅ दुन्हूँ कमैबै हे, जहाँ मिलतै कोय काम॥
धनी: गामोॅ में जेतना गरीब परिवार हो
सरकारें देतै सब्भै केॅ रोजगार हो।
एक परिवारोॅ केॅ सालोॅ में, सोॅ दिन गारंटी काम।
करतै सरकारें कोनोॅ उपाय, देतै याँहीं काम॥
बलम- तबेॅ तेॅ आपनोॅ खेतियो करबै
धान गेहूँ मकय सब अनाज उपजैबै।
तबेॅ दुनोॅ जैबै नरेगा में, करबै गारंटी काम।
वाँहीं जाय केॅ दुन्हूँ कमैबै हे, जहाँ मिलतै कोय काम॥
धनी- चलोॅ ग्राम-पंचायत में, दरखास देबै
निबंधन कराय केॅ, जाॅब-कार्ड लेबै।
दरखास लिखबै कि कहिया सेॅ कहिया तक चाहियोॅ काम।
करतै सरकारें कोनोॅ उपाय, देतै याँहीं काम॥
बलम- सरकारी काम छेकौं, सम्हरी केॅ रहियोॅ
कहिया आरो केतना, मजदूरी मिलतै कहियोॅ।
कमबाय केॅ, लटकाय केॅ राखतौं तेॅ, बुझियों तोंही अंजाम।
वाँहीं जाय केॅ दुन्हूँ कमैबै हे, जहाँ मिलतै कोय काम॥
धनी- पन्द्रह दिनोॅ में जों काम नै मिलतै
बेरोजगारी-भŸाा के भुगतान करतै।
निर्धारित न्यूनतम दैनिक मजदूरी, पर मिलथौं काम।
करतै सरकारें कोनोॅ उपाय, देतै याँहीं काम॥
बलम- तबेॅ तेॅ खुशी-खुशी, कामोॅ पेॅ जैबै
नुनुवां आरो नुनिया केॅ पढ़ै लेॅ भेजबै।
तोहरोॅ लेॅ कीनभौ झुलनियाँ हे, दैकेॅ पूरा दाम।
वाँहीं जाय केॅ दुन्हूँ कमैबै हे, जहाँ मिलतै कोय काम॥
दुनोॅ- नरेगा के गुण हम गैबै
नरेगा केॅ सलाम।
करतै सरकारें कोनोॅ उपाय, देतै याँहीं काम॥