भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
घेर / राजू सारसर ‘राज’
Kavita Kosh से
खूट ज्यावै
गणित रा सिद्धांत
थम ज्यावै
विज्ञान रा प्रयोग
बिगड ज्यावै भूगोल
इतियास री बातां ख्यातां
लागै सूजस सूं कूजस।
मिण पण नीं सकै
दुनियांवी कायदा
इतरो सान्तरो है
फगत अैक रोटी रो घेर
आखी दुनियां घेरघुमेर
उण रै चौफेर।