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चेतावनी / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
बहुत लंबा होय गेलै
फेहरिस्त
तोरोॅ अपराधोॅ के
समय छै
अभियो-चेती जा तोंय
ई तेॅ शुक्र छौं कि
गोस्साय नै रहलोॅ छौं
बादल केरोॅ भीड़
वरना
वें तोरा
पत्थर तेॅ कि
पानी बरसाय-बरसाय केॅ
मारी देतियोंह।